यह लेख 11 October 2023 का है।
मजदूरों ने घेरा केजरीवाल को, भ्रष्टाचार पर भ्रष्टाचार का हल्ला बोल
11 October 2023 20:46 IST
| लेखक:
The Pillar Team
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आज दिनांक 11अक्टूबर को भारतीय मज़दूर संघ, दिल्ली प्रदेश के आवाहन पर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों,वर्कर्स और मजदूरों की मांगों को लेकर दिल्ली सचिवालय का घेराव किया जिसमे दिल्ली सरकार के अधीन संस्थान जैसे डीटीसी, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली विद्युत प्रदाय, एमसीडी, हॉस्पिटल, डिसपेंसरी, स्कूल्, कॉलेज और दिल्ली आंगनवाड़ी व आशा कर्मी जैसे संघटनों के लाखों कर्मचारियों के अलावा टैक्सी ऑटो रिक्शा, ई रिक्शा ऑपरेटर्स व चालक इस आंदोलन में शामिल हुए। आंदोलन में भारतीय मज़दूर संघ के राष्ट्रीय महासचिव श्री रविंद्र हिमते विशेष रूप से उपस्थित रहे। दिल्ली प्रदेश के महासचिव डा दीपेन्द्र चाहर ने मंच का संचालन किया।
डा दीपेन्द्र चाहर ने बताया किस तरह दिल्ली सरकार सुनियोजित ढंग से डीटीसी व अन्य सरकारी संगठनों का निजीकरण कर रही है। विशेष कर डीटीसी को किस तरह पूर्ण रूप से निजी कम्पनियों के आधीन कर दिया है और सरकारी भर्ती की जगह करीब 14000 ड्राइवर कंडक्टर्स या तो निजी एजेंसी के द्वारा संविदा के आधार भर्ती किए है या फिर डैली वेज पर रखे है। डा दीपेन्द्र चाहर ने कहा कि कुल मिलाकर पिछले 10 वर्ष में केजरीवाल सरकार ने डीटीसी को कुछ चुनींदा लोगो पास गिरवी रख दिया है जिससे सारी डीटीसी की आमंदनी प्राईवेट कंपनियों को जा रही है और डीटीसी इस तरह से दिवालिया हो गईं है कि डीटीसी के 21000 पेंशनर्स को समय से भुगतान करने के लिए फंड नहीं है, यही स्थिति दिल्ली जल बोर्ड और सेवा संस्थानों की हो गई है और उनको प्राइवेट एजेंसीज चला रही है और जनता का पैसा प्राइवेट लोगों की जेब में जा रहा है। डा दीपेन्द्र चाहर ने कहा कि भारतीय मज़दूर संघ मांग करता ही कि सरकारी संस्थानों का निजीकरण रोका जाए और सभी अस्थाई कर्मचारी, ठेका कर्मचारियों को तुरंत ही पक्का किया जाए
डॉ दीपेंद्र चाहर महामंत्री भारतीय मजदूर संघ दिल्ली प्रदेश।