बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में तख्तापलट का काला इतिहास रहा है।
5 August 2024 18:25 IST
| लेखक:
The Pillar Team
International
बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में तख्तापलट का काला इतिहास रहा है। यह तीनों देश दक्षिण एशिया के महत्वपूर्ण देश है और तीनों में ही कई बार तख्तापलट हुआ है। इन देशों में राजनीतिक दलों के बीच गहरा मतभेद और विश्वास अक्सर होता है इन तीनों ही देश में हमेशा सेना का दबदबा रहा है। बांग्लादेश में इस वक्त यही तस्वीर देखने को मिल रही है प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर भारत में शरण लेनी पड़ी अब बांग्लादेश सेवा के हाथों में है।
तख्ता पलट का सबसे गंभीर कारण है आर्थिक संकट आर्थिक संकट के चलते लोग सरकार के खिलाफ हो जाते हैं और सेना या अन्य समूह सत्ता हथियाना का प्रयास करते हैं। इन देशों में धार्मिक और जातीय तनाव भी तख्तापलट का कारण बंता रहता है कभी-कभी बाहरी देश भी इन देशों की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करते हैं और तख्तापलट का कारण बनते हैं।
इसी कारण से इन देशों का विकास हमेशा प्रभावित हुआ है तख्तापलट से राजनीतिक स्थिरता बढ़ती है और देश का विकास रुक जाता है तख्ता पलट से अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ता है और विदेशी निवेश कम होता है।
पाकिस्तान की बात करें तो वहां सैन्य तख्तापलट आम रहे हैं। यहां सी ने कई बार सट्टा हथियाई है श्रीलंका में भी तख्ता पलट हुए हैं लेकिन यहां सैन्य तथा पलट की तुलना में राजनीतिक संकट अधिक आम है सत्ता पलट का ताजा घटनाक्रम बांग्लादेश में देखने को मिल रहा है बांग्लादेश में सैन्य तथा पलट कम हुए हैं लेकिन राजनीतिक अस्थिरता सामान्य है और आर्थिक संकट भी बना रहता है।