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क्या जिसका डर था वही हो रहा है ?

  यह लेख 25 January 2024 का है।

क्या जिसका डर था वही हो रहा है ?


क्या जिसका डर था वही हो रहा है ?कांग्रेस की अगुवाई वाला इंडिया एलाइंस 2024 के लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही बिखर गया है? आज ममता बनर्जी ने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी जिस तरह से सीट शेयरिंग में देरी हो रही थी इसकी आशंकाएं बढ़ती जा रही थी .

यह विपक्षी एकता के लिए बड़ा झटका है ममता का यह फैसला विशेष रूप से कांग्रेस नेतृत्व की धड़कनें बढ़ाने वाला है क्योंकि अब दूसरी सहयोगी पार्टी अभी एकला चलो की राह ढूंढ सकती है यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारत छोड़ो न्याय यात्रा लेकर निकले हैं राहुल गांधी असम पहुंच गए हैं पश्चिम बंगाल में टीएमसी और लेफ्ट एक साथ नहीं आना चाहती है एक दिन पहले ही ममता ने कहा था कि अपमान के बावजूद मैं एडजस्ट किया उन्होंने इंडिया गुट में लिफ्ट कंट्रोल को लेकर चिंता भी जताई थी आज ममता ने कह दिया कि कांग्रेस ने मेरे सभी प्रस्ताव नहीं माने इसलिए अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.

ममता ने यह भी कहा है कि कांग्रेस ने राहुल गांधी की यात्रा की ना जानकारी दी और ना ही नेता दिया बंगाल के सीएम ने यह भी कहा कि बीजेपी से लड़ने के लिए जो करना होगा हम करेंगे ऐसे में कुछ सियासी जानकारी से ममता की प्रेशर पॉलिटिक्स भी बता रहे हैं कांग्रेस भी जानती है कि बंगाल में टीएमसी का दबदबा है उसे साथ रखने के लिए बातें माननी ही होगी .

अधीर रंजन चौधरी सुमित कांग्रेस के कई नेताओं ने पिछले दिनों टीएमसी पर तक हमले किए थे ऐसे में कुछ लोग मान रहे हैं कि शायद ममता का धैर्य जवाब दे गया है ममता ने राहुल की यात्रा को लेकर अंधेरे में रखने का आप मना है हो सकता है कि टीएमसी से अपने लिए खतरा मान रही है उधर उधर भाजपा ने भी तंज कैसा है बीजेपी के प्रवक्ता नलिन कोहली ने हमला बोला की राहुल गांधी यात्रा लेकर निकले और ममता जी से कोई बात ही नहीं हुई है तो गठबंधन कहां है ऐसे में यह तो होना ही था यह राजनीतिक दल केवल मोदी विरोध में उतरे हैं उनके पास कोई सकारात्मक या झंडा नहीं है इनका ना कोई नेता है ना ऑफिसइस राज्य में कंफ्यूजन की स्थिति बनी हुई है जेडीयू ने यहां तक कह दिया कि बिहार में सीट शेयरिंग JDU और RJD फाइनल करेगी और लालू की पार्टी आगे कांग्रेस से बात करेगी अब बट के लिए लगाई जा रही है कि इंडिया गठबंधन के सूत्रधार नीतीश कुमार खुद कहीं एनडीए की नाव में सवार ना हो जाए पहले गृह मंत्री अमित शाह के रुख में नमी फिर कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला कहीं ना कहीं बड़े खेल की तरफ इशारा करता है नीतीश काफी समय से इसकी मांग कर रहे थे.

जदयू प्रवक्ता कैसी त्यागी ने आज कहा कि बिहार में जेडीयू और राजद बड़ी पार्टियों है लालू जी की बड़ी पार्टी है वह लेफ्ट और कांग्रेस के साथ मिलकर जो फार्मूला तय करेंगे वह हमें स्वीकार होगा हमारे यहां ज्यादा से ज्यादा दिक्कत नहीं है हालांकि उन्होंने सीट शेयरिंग में देरी का ठीक कर राजद और कांग्रेस पर फोड़ दिया उनके बयान से ऐसा लगा कि क्षेत्रीय पार्टियों कांग्रेस को सीट देने में हिचकी जा रही है जेडीयू ने आज नसीहत दी है कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों से नरम रुख रखें.


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