यह लेख 20 August 2024 का है।
कांग्रेस सपा और बसपा सहित विपक्षी दलों के बाद अब केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी लैटरल एंट्री पर सवाल उठाया
20 August 2024 18:56 IST
| लेखक:
The Pillar Team
Politics

कांग्रेस सपा और बसपा सहित विपक्षी दलों के बाद अब केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी लैटरल एंट्री पर सवाल उठाया उन्होंने कहा कि सरकारी नियुक्ति में आरक्षण होना चाहिए इसमें कोई किंतु परंतु नहीं है निजी क्षेत्र में आरक्षण नहीं है सरकारी पदों पर इसे लागू नहीं करते तो चिंता की बात है चिराग ने कहा मैं केंद्र सरकार का हिस्सा हूं और इस मामले को उचित मंच पर उठाऊंगा वही नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर लैटरल एंट्री पर सवाल उठाया उन्होंने कहा यह दलित ओबीसी और आदिवासियों पर हमला है
भाजपा संविधान नष्ट करके बहुजनों से आरक्षण छीनना चाहती है केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा नौकरशाही में लैटरल एंट्री की शुरुआत 1970 के दशक से कांग्रेस सरकार के समय हुई थी उन्होंने कहा कि लैटरल एंट्री के लिए प्रस्तावित 45 पद आई ए एस कैडर संख्या का 0.5% है इससे किसी भी सेवा की सूची में कटौती नहीं होगी वैष्णव ने कहा मनमोहन सिंह 1971 में तत्कालीन विदेश व्यापार मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में लैटरल एंट्री से आए थे।
बाद में वित्त मंत्री प्रधानमंत्री बने सैम पित्रोदा वी कृष्णमूर्ति, बिमल जालान कौशिक बसु अरविंद विरमानी रघुराम राजन और मोंटेक सिंह अहलूवालिया भी इसी कड़ी में है कि लैटरल एंट्री से 45 विशेषज्ञों की विभिन्न केंद्रीय मंत्रालय में संयुक्त सचिव निर्देशक और उपसचिव जैसे पदों पर नियुक्ति का विज्ञापन निकाला है। इसे लेकर विपक्ष निशाना साध रहा है