इकरा चौधरी: कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद, गंगा-जमुना तहज़ीब और समाजिक सौहार्द की प्रतीक
21 March 2025 16:11 IST
| लेखक:
The Pillar Team
Politics

कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा चौधरी सड़क हो या संसद बहुत ही संभल संभल के और लोक हित में बोलने का प्रयास करती हैंवह जानती है कि कैराना वह लोकसभा क्षेत्र है जहां कभी “मकान बिकाऊ है“ के बोर्ड घर पर लगे होते थे ।और बताया जाता था कि हिंदू दुखी होकर के पलायन करना चाहते हैं ।
जब इकरा चौधरी सांसद का चुनाव लड़ने मैदान में उतरी तब से गंगा जमुना तहजीब को आगे रखकर सांप्रदायिक सौहार्द का पूरा ध्यान रखती हैं । इकरा चौधरी को यह पता था कि सांप्रदायिक सद्भाव बनकर ही चुनाव जीता जा सकता है चुनाव के दौरान हिंदू के घर पर जाकर रोजा खोलने उनके हालचाल पूछने,सुख दुख और बच्चों – महिला बड़े बुजुर्गों के साथ घर परिवार जैसा व्यवहार करती थी।
चुनाव के दौरान यह जान चुकी थी कि एक मुस्लिम महिला को कैराना से बिना यमुना गंगा तहजीब के चुनाव जीतना नामुमकिन है । उनका ज्यादा फोकस हिंदू गांव -घर -मंदिर -स्कूल -पंचायत घर सब पर अपना सौहार्दपूर्ण भाषण और व्यवहार रहती थी ।
चुनाव जीतने के बाद अपने पहले संसदीय भाषण में उन्होंने अपने क्षेत्र से वैष्णो देवी (कटरा) तक रेल मार्ग की मांग रखी थी । क्षेत्र के विकास कार्य में समानता रखने का पर्यास किया ।
संविधान पर चर्चा के दौरान संसद में संभल हिस्सा का मुद्दा उठाया नफरत और भेदभाव समाप्त कर संविधान की रक्षा की बात की थी। अल्पसंख्यक भारत की हो या बांग्लादेश के सभी के साथ अन्याय नहीं हो,उनके हितों की रक्षा होनी चाहिए।
इकरा चौधरी ने मॉव लीचिंग,हेट-स्पीच ,बुलडोज़र के बारे में सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि रोकने के बजाय सत्ता में बैठे लोग आग में डालने का काम कर रहे हैं।
आगे बोली आंखें मूँदे हुए हैं या घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं । सत्ता पक्ष के धर्मनिरपेक्षता चरित्र पर गंभीर सवाल उठाएं ।
इकरा चौधरी ने दुकानों पर बोर्ड (नेम प्लेट ) लगाने के लिए भी मजबूर न किया जाए उनकी रोजी-रोटी पर चोट नहीं होनी चाहिए, स्वामी यति नरसिहानंद के वयान को भी भेहद घटिया करार दिया ।
आज सबसे गंभीर मुद्दा “लव जेहाद” पर भी इकरा चौधरी कुछ यू बयान देती है कि समाज में इस तरह के शब्द का प्रयोग जहर घोलने का काम करता है , संविधान दूसरे धर्म में शादी करने का अधिकार देता है आगे कहा एक खास समुदाय को टारगेट करने के लिए ” लव जिहाद “ शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि यह एक सामाजिक मुद्दा है । न कि राजनीतिक मुद्दा है ।
इसको जहर की तरह बनाकर समाज में डाला जा रहा है उसे पूरे समाज में देश को और लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाया जा रहा है ।
इकरा चौधरी के उपरोक्त बयान संभल- हिंसा ,मॉव लिंचिंग ,हिट स्पीच, बुलडोजर बांग्लादेश में हिंदुओं का मुद्दा या लव जिहाद का मुद्दा के साथ-साथ गंगा जमुना तहज़ीब को उनके क्षेत्र में विकास कार्यों पर आप किस तरह देखते हैं अपनी राय दें ।