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हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों की समर्थन वापस लेने से बीजेपी सरकार का राजनीतिक समीकरण बिगड़ गया है।

  यह लेख 09 May 2024 का है।

हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों की समर्थन वापस लेने से बीजेपी सरकार का राजनीतिक समीकरण बिगड़ गया है।


हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों की समर्थन वापस लेने से बीजेपी सरकार का राजनीतिक समीकरण बिगड़ गया है।  हालांकि अभी हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने से मैच 6 महीने ही बाकी है इसी साल 15 मार्च को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफा देने के बाद नायक सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री का पद संभाला था लेकिन सैनी ने विश्वास मत हासिल नहीं किया इसी बीच दुष्यंत चौटाला के रूप में बीजेपी की परेशानी को बढ़ा दिया है।

TOI में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि उनकी पार्टी हरियाणा में नायक सिंह सैनी सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस नेतृत्व वाले विपक्ष को भी समर्थन देने के लिए तैयार है इसके साथ ही पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने यह भी चेतावनी अपने विधायकों को दिखे अगर कोई पार्टी विवेक के खिलाफ जाकर बीजेपी को सपोर्ट करता है तो उसके खिलाफ योग्यता की कार्यवाही की जाएगी।

जानने की कांग्रेस पहले ही फरवरी में भाजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला चुकी है जिसके आधार पर अगले 6 महीने तक यानी 22 अगस्त तकनीकी रूप से हरियाणा में अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता वैसे भी हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल अक्टूबर में खत्म हो रहा है यानी अक्टूबर तक अल्पमत में ही सरकार चलती रहेगी।



वैसे मुख्यमंत्री नायक सिंह सैनी का दावा है कि सरकार पर कोई संकट नहीं है कम नायक सिंह सैनी ने कहा कि विपक्षी जनता के बीच झूठ बोलकर उनको बरगलाने का काम करते हैं भ्रम की स्थिति पैदा करते हैं सरकार अल्पमत में है लेकिन सरकार को कोई दिक्कत नहीं है।

ऐसे में संभावना यह भी है कि अगर कांग्रेस 22 अगस्त के बाद विश्वास पात्रलेकर आती है तो सरकार विधानसभा को भंग करके चुनाव का ऐलान कर सकती है हरियाणा के सियासी संकट पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारे संपर्क में भी विपक्ष के कई विधायक है तो वहीं दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार को गिरने के लिए कांग्रेस को भी समर्थन दे सकते हैं

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