यह लेख 30 March 2024 का है।
एक तरफ कांग्रेस और दूसरी विपक्ष दल रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर रैली के लिए छूटेंगे तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन से अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं
30 March 2024 18:44 IST
| लेखक:
The Pillar Team
Breaking News

एक तरफ कांग्रेस और दूसरी विपक्ष दल रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान पर रैली के लिए छूटेंगे तो दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन से अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं। लोकसभा चुनाव में बिहार महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में सहयोगी ही आमने-सामने आ गए हैं महाराष्ट्र में कांग्रेस की टेंशन ज्यादा बड़ी है वहां पार्टी के नेता संजय निरुपम ने मोर्चा खोल रखा है शिवसेना यानी उद्धव वाला साहेब ठाकरे ने 17 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी जिसके बाद कांग्रेस खेमे में नाराजगीफैल गई।
अब कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि उनकी पार्टी को मुंबई में सीटों के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के दबाव में नहीं आना चाहिए उन्होंने दावा किया कि शिवसेना “यूबीटी” कांग्रेस के समर्थन के बिना एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है।
इस सप्ताह की शुरुआत में शिवसेना यानी यूडीटी ने 17 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी और कहा था कि वह महाराष्ट्र में कुल 22 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ेगी इनमें से चार सिम मुंबई में है निरुपम के मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद है जहां उन्हें 2019 में हर का सामना करना पड़ा था हालांकि ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी के इस कदम से महा विकास गाड़ी के दो घटक दलों कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी शरद चंद्र पवार में नाराजगी है।
तीनों दलों ने महाराष्ट्र में 19 अप्रैल से शुरू हो रहे पांच चरणों के मतदान के लिए अभी तक लोकसभा सीटों का बंटवारा नहीं किया है निरुपम ने कहा कांग्रेस को शिवसेना के दबाव में नहीं आना चाहिए क्योंकि उद्धव ठाकरे की पार्टी कांग्रेस के समर्थन के बिना एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है।
कांग्रेस की मुंबई इकाई के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया शिवसेना यूबीटी मुंबई में 6 में से 5 सीटे लेने के लिए कांग्रेस परदबाव बना रही है लेकिन कांग्रेस को इस तरह के दबाव में नहीं आना चाहिए यह कांग्रेस के खिलाफ है और यह शहर में पार्टी को खत्म करने कीसाजिश है।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस विवादित निर्वाचन क्षेत्र में फ्रेंडली फाइट पर विचार कर रही है तो भाई इसके लिए तैयार है वह कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के नेता नसीम खान के उसे बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि शिवसेना के एक पक्षीय तरीके से उम्मीदवारों की घोषणा करने से उनके पार्टी कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए हैं इसलिए प्रदेश इकाई 6 लोकसभा क्षेत्र में दोस्ताना मुकाबले करना चाहती है।