दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की भव्य जीत के बाद अब मुख्यमंत्री के चेहरे पर सस्पेंस बना हुआ है।
11 February 2025 20:47 IST
| लेखक:
The Pillar Team
BJP
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खबरों के अनुसार शीला दीक्षित सुषमा स्वराज और आतिशी मार्लेना के बाद दिल्ली को एक बार फिर महिला मुख्यमंत्री मिल सकती है। भाजपा इस बार महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के वादे के साथ दिल्ली में चुनाव लड़ने उतरी और 27 साल बाद सत्ता में आई है अब किसी महिला विधायक को सरकार का नेतृत्व सपने को लेकर गंभीर है।
प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली के दौरान महिलाओं से वादा भी किया था कि भाजपा की सरकार बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले उनके खाते में ढाई हजार रुपए आ जाएंगे।
सूत्र कहते हैं कि प्रधानमंत्री के इस वादे को भारतीय जनता पार्टी एक महिला चीफ मिनिस्टर के द्वारा पूरा कर सकती है। इस बार सीएम बन ने की दौड़ में शामिल विधायक अपनी अपनी कोशिशें में जुटे हुए हैं। यह भी माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के अमेरिका से लौट के बाद इस संबंध में आखिरी निर्णय लिया जाएगा। किसी महिला विधायक को दिल्ली के मुख्यमंत्री बनाए जाने के पीछे एक आध यह भी है कि भाजपा शासित किसी भी राज्य में महिला मुख्यमंत्री नहीं है।
ऐसे में पार्टी देश की राजधानी में यानी दिल्ली में महिला को मुख्यमंत्री बनाकर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के पहले नारी सशक्तिकरण का एक बड़ा संदेश भी देने में कामयाब रह सकती है। इस पूरे चुनाव में चार महिला विधायक भाजपा से चुनकर सामने आई है। सबसे ऊपर जिनका नाम है वह है शालीमार बाग सीट से रेखा गुप्ता, ग्रेटर कैलाश से शिखा राय, वजीरपुर से पूनम शर्मा, और नजफगढ़ से नीलम पहलवान।
शालीमार बाग से रेखा गुप्ता दिल्ली प्रदेश भाजपा में महामंत्री रह चुकी है महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष है और 2022 में नगर निगम पार्षद भी चुनी गई थी।
दूसरी और शिखा राय ने ग्रेटर कैलाश से आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज को पराजित किया। और वह दो बार की पार्षद भी है ऐसे में रखा और शिखा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
यदि ऐसा हुआ तो एक महिला मुख्यमंत्री के हटने पर उसके स्थान पर दूसरी महिला मुख्यमंत्री पदभार संभालेगी।