CAG रिपोर्ट में खुल गई दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक की पोल! क्या है रिपोर्ट में?
3 March 2025 20:18 IST
| लेखक:
The Pillar Team
AAP

CAG रिपोर्ट में खुल गई दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक की पोल! क्या है रिपोर्ट में? मोहल्ला क्लीनिक में 70% मरीज 1 मिनट में ही निपटा दिए गए।
18% मोहल्ला क्लीनिक ऑपरेशन नहीं थे
डॉक्टरों की कमी से 218 में से 41 क्लीनिक बंद हो गए।
दिल्ली के 14 अस्पतालों में ICU नहीं है।
12 अस्पतालों में एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है।
कोविड 19 से निपटने के लिए केंद्र सरकार से मिले 789.91 करोड़ रुपए में से सिर्फ 582.84 करोड़ रुपए ही खर्च हुए।
कर्मचारियों की भर्ती और वेतन के लिए मिले 52 करोड़ रुपए में से 30.52 करोड़ रूपये खर्च ही नहीं हुए।
32000 नए बेड जोड़ने का वादा किया था, लेकिन सिर्फ 1357 बेड ही जोड़े गए।
इंदिरा गांधी अस्पताल: 5 साल की देरी, लागत 314.9 करोड़ रुपए बढ़ी। बुरारी अस्पताल: 6 साल की देरी, लागत 41.26 करोड़ रुपए बढ़ी। कई अस्पतालों में इलाज के लिए लंबा इंतेज़ार करना पड़ रहा है।
16 ऐसे अस्पतालों का नाम भी सामने आया जिनमें ब्लड बैंक की सुविधा नहीं है। ऐसे 12 अस्पतालों का नाम सामने आया जिसमें एम्बुलेंस तक नहीं हैं। इस रिपोर्ट में 8 अस्पतालों का नाम सामने आया जिसमें ऑक्सीजन सप्लाई नहीं है।
21 ऐसे क्लीनिक है जहां पर बाथरूम तक नहीं हैं। लगभग 12 मोहल्ला क्लीनिक में दिव्यांग मरीजों के लिए कोई बेसिक सुविधा मौजूद नहीं है
6 क्लीनिक में डॉक्टरों के लिए बैठने के लिए टेबल तक नहीं मिली।
ब्लड प्रेशर की जांच की मशीन थर्मोमीटर ग्लूकोमीटर जैसे नॉर्मल उपकरण भी क्लीनिकों से गायब मिले