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बांग्लादेश में अंतरिम सरकार ने कमान संभाली है कुछ शहरों में हिंसा की छुटपुट घटनाएं अभी हो रही है

बांग्लादेश में अंतरिम सरकार ने कमान संभाली है कुछ शहरों में हिंसा की छुटपुट घटनाएं अभी हो रही है


बांग्लादेश में अंतरिम सरकार ने कमान संभाली है कुछ शहरों में हिंसा की छुटपुट घटनाएं अभी हो रही है गृह मंत्री सखावत हुसैन ने हिंदू अल्पसंख्यकों को सुरक्षा का भरोसा दिया है।

बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद पूर्व पीएम शेख हसीना के दौर के कुछ बर्बर पन्ने खुल रहे हैं। हसीना विरोधी नेताओं अफसर और पत्रकारों को आईना घर नामक सीक्रेट जेल में थूसा जाता था। 8 साल के दौरान आर्मी की इंटेलीजेंस विंग की देखरेख में चलने वाली इस जेल में 600 कैदी थे 5 अगस्त को हसीना के देश छोड़ने के बाद 10 अगस्त तक जब इस जेल से कैदियों को रिहा किया गया तो वहां 100 ही कैदी थे 500 कैदियों का कुछ अता-पता नहीं है।

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इसी पर विपक्षी दल बीएनपी की छात्र इकाई छात्र दल के उपाध्यक्ष मोहम्मद अतीक ने कहा आईना घर नरक के समान था आईना घर की खौफनाक की यादें आज भी दिल दहला देती है ढाका में मीरपुर में बने आईना घर में 20 फीट ऊंची दीवारों की घेराबंदी में कैदियों को रखा जाता था हर काल कोठरी में तीन कैदी रखे जाते थे।

यहां सूरज की रोशनी नहीं पड़ती थी गोलाकार बनी काल कोठरी हो में बीचो-बीच बड़े चबूतरे पर कैदियों को ऐसी ऐसी अमानवीय यातनाएं दी जाती थी जिनको बताया भी नहीं जा सकता अतीक ने बताया कि प्लास से कैदियों के नाखून उखड़े जाते थे। घंटो उल्टा लटकाया जाता था। छात्र आंदोलन के दौरान गिरफ्तार हुए टिक लगभग डेढ़ महीने तक कैद के बाद 8 अगस्त को रिहा हुए।

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