दुनिया के 18 और देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के खिलाफ न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है।
23 November 2024 09:22 IST
| लेखक:
The Pillar Team
India
दुनिया के 18 और देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के खिलाफ न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है। आरोप यह है कि उन्होंने भारत में सौर ऊर्जा का कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए सरकारी अधिकारियों को 26.5 करोड डॉलर यानी करीब 2200 करोड रुपए की रिश्वत दी इस मामले में अदानी के साथ उनके भतीजे सागर समेत 8 लोगों को आरोपी बताया गया है आंध्र प्रदेश और उड़ीसा में जिस सौर ऊर्जा के कॉन्ट्रैक्ट के लिए घूस दी गई उसे 20 साल में दो अरब डॉलर का मुनाफा होने वाला था।
लेकिन सवाल यह उठता है कि एक्शन आखिर अमेरिका में क्यों? आरोप है कि घूस की रकम असल में वही के निवेशकों से जुटाए गई थी यह केस अदानी ग्रीन एनर्जी व azure पावर से जुड़ा है।
24 अक्टूबर 2024 को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में यह मामला दर्ज किया गया अमेरिका में केस इसलिए दर्ज हुआ क्योंकि आप है कि घूस की रकम वही के निवेशकों से जुटा गई थी।
अमेरिकी अभियोजकों के अनुसार अदानी की कंपनी को हाल में ही केंद्र की कंपनी सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन आफ इंडिया से 12 गीगावॉट सौर ऊर्जा देने का कॉन्ट्रैक्ट मिला था मगर सेकी को सौर ऊर्जा खरीदने के लिए भारत में खरीदार नहीं मिल पा रहा था खरीदारों के बिना यह डील संभव नहीं थी।
अब ऐसे में अदानी ग्रीन एनर्जी और एज्यूर पावर ने सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी 2021 में अदानी आंध्र प्रदेश के तत्कालीन चीफ मिनिस्टर जगन रेड्डी से मिलने गए थे और वहां कि राज्य सरकार 7000 मेगावाट बिजली खरीदने के लिए राजी हो गई आंध्र प्रदेश के अफसर को प्रति मेगावाट 25 लख रुपए यानी कुल 20 करोड डॉलर घूस दी गई उड़ीसा ने इसी तरह 500 मेगावाट बिजली खरीदी।
घुस के पैसे देने के लिए दोनों कंपनियों ने कथित तौर पर अमेरिकी बैंक को और निवेशकों से 17.5 करोड डॉलर इकट्ठा किया अपनी भूमिका छुपाने के लिए कोड भी इस्तेमाल किया गया अदानी का कोड नाम न्यूमैरो यूनो या द बिग मैन था डील इंक्रिप्टेड मैसेजिंग से की गई।
अब जब से यह आरोप लगा है और जब से यह खबर आई है तब से शेयर बाजार में अदानी ग्रुप के जितने भी शेयर्स हैं सब में गिरावट देखने को मिली है लगभग 23 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई है।
इसी पर विपक्ष भी अब अदानी और भाजपा सरकार को घेरने में लगी है।
अदानी ग्रुप की तरफ से जो बयान सामने आया है वह यह है कि अदानी ग्रीन एनर्जी के डायरेक्टर्स के खिलाफ अमेरिका न्याय विभाग और अमेरिका शेयर बाजार नियामक के आरोप निराधार है हम खंडन करते हैं कानूनी कार्यवाही करेंगे।
इसी पर वाईएसआर कांग्रेस मैं सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने अदानी से कोई डील नहीं की उन्होंने कहा कि हमने सीधे सेकी यानी केंद्र की कंपनी से करार किया था जो पारदर्शी और कानूनी रूप से स्वीकृत है इसमें अदानी या कोई निजी कंपनी शामिल नहीं थी।
अब अदानी को हर बार हर बात पर गिरने वाले राहुल गांधी जी ने भी अपना बयान सामने रखा उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि अडानी गिरफ्तार हो लेकिन जानते हैं कि गिरफ्तार नहीं किया जाएगा क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी अडानी का समर्थन करते हैं वह उनके संरक्षक है अब यह आप वह हमेशा से लगते आए हैं इसी पर भाजपा के संबित पात्रा ने भी अपना बयान दिया है उन्होंने कहा कि मामले में छत्तीसगढ़ तमिलनाडु आंध्र प्रदेश उड़ीसा का जिक्र है तब इन राज्यों में कांग्रेस या कांग्रेस समर्थित सरकार थी मामला कांग्रेस उसकी सरकार से जुड़ा हुआ है।