राजनीतिक रूप से संवेदनशील समान नागरिक संहिता यानी UCC बिल आज उत्तराखंड विधानसभा में पेश हो गया।
6 February 2024 15:43 IST
| लेखक:
The Pillar Team
Politics
राजनीतिक रूप से संवेदनशील समान नागरिक संहिता यानी UCC बिल आज उत्तराखंड विधानसभा में पेश हो गया। इस बीच समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने कहा कि अगर UCC कुरान में मुसलमान को दी गई हिदायत के खिलाफ है तो हम नहीं मानेंगे अगर कुरान के हिसाब से है तो हमें कोई एतराज नहीं है 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस बिल का वादा किया था।
सपा सांसद ने कहा कि ट्रिपल तलाक पर भी कानून है लेकिन लोग मन नहीं रहे हैं यह देश धार्मिक देश है हिंदू भाई अपने धर्म से जुड़े हैं उनके अपने रीति रिवाज है मेरे यहां निकाह होता है मेरे यहां दफन किया जाता है हिंदू में शादी होती है वहां जलाया जाता है अगर हम दुनिया के मुसलमान को कुरान को अल्लाह का कानून मानते हैं तो हम कुरान को ही फॉलो करेंगे।
कानून बनने के बाद यह बिल धार्मिक पर्सनल लॉ की जगह लेगा और शादी तलाक समेत कई नियम बदल जाएंगे राज्य में भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत होने के कारण बिल के आसानी से पारित होने की उम्मीद है जैसे ही कम पुष्कर सिंह धामी ने बिल पेश किया सदन में मौजूद सदस्य जय श्री राम के नारे लगाने।
कांग्रेस ने भी कह दिया कि वह उच्च के खिलाफ नहीं है लेकिन जिस तरीके से इसे सदन में पेश किया गया है उसके खिलाफ जरूर है नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि बीजेपी इस बिल को सीधे पास करना चाहती है कांग्रेस विधायक ने कहा कि हमें पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए जिससे हम इसे पढ़ कर अपनी बात रख सके। सरकार आज ही पारित कर लेना चाहती है उन्होंने कहा कि सदन नियम से चलता है।
आज उत्तराखंड विधानसभा सत्र की कार्यवाही का दूसरा दिन है सदन की कार्यवाही शुरू होते ही 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने UCC बिल पर आपत्ति दर्ज कराई उन्होंने कहा कि सरकार यूसीसी के ड्राफ्ट को तुरंत लागू क्यों करना चाहती है विपक्ष ने इस ड्राफ्ट को पढ़ने का समय मांगा है जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने 2:00 बजे तक कार्यवाही स्थगित कर दी